जाजमऊ में अवैध रूप से संचालित ग्लू फैक्ट्रियां पतित पावनी गंगा के आंचल को मैला कर रही हैं। रोजाना हजारों लीटर प्रदूषित पानी जाकर गंगा की निर्मलता को चोट पहुंचा रहा है।
प्योंदी, वाजिदपुर व शेखपुर गांव किनारे करीब दो दर्जन से अधिक स्थानों पर चोरी छिपे कढ़ाव में चर्बी गलाने का काम धड़ल्ले से चल रहा है। भट्ठियों से निकल कर गंगा में समाने वाला काला पानी इसमें रहने वाले जलीय जीव जंतुओं के लिए भी खतरा है। दो माह के भीतर गंगा में तीन बार हजारों मछलियों की मौत हो चुकी है। गंगा किनारे सटे गांव के कुछ लोग इसका विरोध करते हैं पर दबंग उनका मुंह बंद कर देते हैं।